
बरेली एयरपोर्ट के विस्तार की राह अब आसान हो गई है। प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने मिलकर भूमि अधिग्रहण की अड़चन को दूर कर दिया है, जिसके बाद 28 एकड़ जमीन पर एयरपोर्ट का नया स्वरूप तैयार होगा। इस विस्तार से न केवल बरेली की हवाई कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि बड़े विमानों की आवाजाही भी संभव हो सकेगी। आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी, निर्माण योजना और इससे जुड़े लाभ।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी, 23 एकड़ जमीन किसानों से खरीदी जाएगी
बरेली एयरपोर्ट के विस्तार के लिए मुड़िया अहमदनगर और चावड़ गांव की 22.9 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। कुल 28 एकड़ में से 23 एकड़ जमीन किसानों से खरीदी जाएगी, जबकि 5 एकड़ जमीन वायुसेना से लेने का प्रस्ताव है। तहसीलदार भानु प्रताप के अनुसार, अधिग्रहण से पहले मांगी गई आपत्तियों का ज्यादातर निस्तारण हो चुका है। कुछ मामले, खासकर अनुसूचित जाति की जमीन से संबंधित, एसडीएम कोर्ट में लंबित हैं, जिनका मुआवजा सुरक्षित रखा गया है। एयरपोर्ट अधिकारियों को उम्मीद है कि जमीन का हस्तांतरण अप्रैल 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा।
दो चरणों में होगा निर्माण कार्य
एयरपोर्ट डायरेक्टर अवधेश अग्रवाल ने बताया कि निर्माण कार्य दो चरणों में होगा:
- पहला चरण: टर्मिनल भवन को मौजूदा 3,000 वर्ग मीटर से बढ़ाकर 15,000 वर्ग मीटर किया जाएगा।
- दूसरा चरण: टर्मिनल को 30,000 वर्ग मीटर तक विस्तार दिया जाएगा।
इसके अलावा, वर्तमान में तीन एप्रेन हैं, जिन्हें बढ़ाकर 10 किया जाएगा। सात नए एप्रेन और एक अतिरिक्त टैक्सी वे का निर्माण भी प्रस्तावित है।
दो टैक्सी वे से बड़े विमानों की होगी आवाजाही
फिलहाल, एयरपोर्ट पर एक टैक्सी वे है, जो वायुसेना के दायरे में आता है। प्रस्तावित दूसरा टैक्सी वे चौड़ा होगा, जिससे बड़े विमानों को एप्रेन तक पहुंचने में आसानी होगी। इससे बरेली से सीधी उड़ानें शुरू होने की संभावना बढ़ेगी।
कुशीनगर और दिल्ली की उड़ानें जल्द शुरू होने की उम्मीद
एयरपोर्ट डायरेक्टर के मुताबिक, कुशीनगर और दिल्ली के लिए उड़ानों को मंजूरी मिल चुकी है। कुशीनगर के लिए एयरलाइंस ने नया विमान मंगाया है, जबकि दिल्ली के लिए स्लॉट का इंतजार है। वर्तमान में बरेली से मुंबई और बंगलूरू के लिए उड़ानें संचालित हो रही हैं। आने वाले दिनों में हैदराबाद, अहमदाबाद, कोलकाता, झारखंड और दक्षिण भारत के शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ाने की योजना है। इसके लिए एयरलाइंस को आमंत्रित किया गया है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की पहल
अगस्त 2024 में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष संजीव कुमार ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर एयरपोर्ट विस्तार की जरूरत बताई थी। इसके बाद से ही इस दिशा में तेजी से काम शुरू हुआ। नए टर्मिनल भवन, एप्रेन और टैक्सी वे के निर्माण से बरेली एयरपोर्ट क्षेत्रीय हवाई यात्रा का बड़ा केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।
बरेली के लिए क्या होंगे फायदे?
- बेहतर कनेक्टिविटी: बड़े शहरों से सीधी उड़ानें शुरू होने से व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- आर्थिक विकास: हवाई सुविधाओं के विस्तार से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- यात्रा में सुविधा: बड़े विमानों की आवाजाही से लंबी दूरी की यात्रा आसान होगी।
निष्कर्ष
बरेली एयरपोर्ट का 28 एकड़ जमीन पर विस्तार न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोड़ेगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है। क्या आप इस बदलाव से उत्साहित हैं? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं!